गुरदुआरा श्री गुरु नानक देव जी साहिब पोखरण शहर, जिला जैसलमेर, राजस्थान में स्थित है। मानव जाति को शिक्षा देते हुए श्री गुरु नानक देव जी गोरखमत्ता (अब नानकमत्ता के रूप में जाना जाता है) पहुंचे और सिद्धों के साथ चर्चा की। सिद्धों को उपदेश देने के बाद, गुरु साहिब सीधा पोखरण पंहुचे, भाई मरदाना जी ने कहा, "गुरु साहिब, मुझे भूख लगी है।" गुरु साहिब ने अक के पौधे की ओर इशारा किया और कहा कि जितना हो सके खाओ।" भाई मर्दाना जी ने कहा गुरु साहिब, यह अक का पौधा है, मेरे साथ मजाक क्यों कर रहे हो? तब गुरु साहिब ने कहा, हम मजाक नहीं कर रहे हैं। सत करतार कहकर आप जितना चाहे खा सकते हैं, लेकिन लालची मत बनना। और आगे के लिये साथ मत लेना । भाई मर्दाना जी खाने लगे, धीरे-धीरे उन्हें अमृत का स्वाद आने लगा। भाई मरदाना जी ने खाकरियाँ खूब खाईं और साथ ही लोभी बन गये और आगे के लिये भी साथ लेलीं। अगले दिन जब उन्हें फिर से भूख लगी तो उसने चुपचाप खाकरियाँ निकाली और फिर से खाने लगा। थोड़ी सी खाने के कुछ देर बाद ही उन्हें बेचैनी होने लगी। यह देखकर गुरु साहिब हंस पड़े। भाई मर्दाना जी ने कहा गुरु साहिब मैं मर रहा हूं और आप हंस रहे हो। तब गुरु साहिब ने कहा कि मर्दाना मैंने तुमसे कहा था कि लालच मत करना, और अगर तुम्हें खाना होता, तो तुम खाने से पहले अनुमति लेते। फिर गुरु साहिब ने अपने हाथ से तोड़ा और एक मरदाना जी को खिला दिया। इन्हें खाने के बाद भाई मरदाना जी ठीक हो गए और वह आगे की यात्रा के लिये चल पड़े
|
|
|
गुरदुआरा साहिब,गुगल अर्थ के नकशे पर
|
|
|
|
|
अधिक जानकारी
:- गुरदुआरा श्री गुरु नानक देव जी साहिब, पोखरण
किसके साथ संबंधित है
:-
श्री गुरु नानक देव जी
पता:-
पोखरण
जिला :- जैसलमेर
राजस्थान
फ़ोन नंबर:-
|
|
|
|
|
|
|