गुरदुआरा श्री कबुतर साहिब राजस्थान के जिला हनुमानगढ़, के नोहर शहिर में स्थित है। तलवंडी साबो से निकलने के बाद, श्री गुरु गोबिंद सिंह जी नांदेड़ (हजूर साहिब) जाते हुए यहां आए। यहां गुरु साहिब सिरसा से होते हुए आए। गुरु साहिब ने यहां जलाशय के पास डेरा डाला। गुरुदुआरा श्री शीन तलाई साहिब वहाँ पर स्थित है। यहां जैन समुदाय के लोग कबूतरों को दाना डालते थे। जब गुरु साहिब यहां आए तो एक कबूतर गुरु साहिब के घोड़े के खुर के नीचे आकर मर गया। स्थानीय लोगों ने इस बात का बूरा मनाया और गुरू साहिब का विरोध किया । गुरु साहिब ने कहा कि तुम लोग एक कबूतर के लिए रो रहे हो, अगर सभी कबूतर मर जाते हैं, तो क्या हो । और अचानक सारे कबूतर मर गए। स्थानीय लोगों को यह बात समझ में आ गई कि वह कोई साधारण इनसान नहीं है। फिर लोगों ने गुरू साहिब से माफ़ी माँगी, कि अगर आप उन्हें मार सकते हो तो आप उन्हें जीवित भी कर सकते हो। संगत के बार-बार अनुरोध को स्वीकार करते हुए, गुरु साहिब ने कहा, "उनका दाना ले कर आयो।" संगत ने दाना डाला तो गुरु साहिब ने कहा उठो भाई, अपना दाना चुगो । इतना कहते ही सारे कबूतर उठ खड़े हुए और दाना चुगने लगे। गुरु साहिब के घोड़े के खुर से मारे गए पहले कबूतर को छोड़कर सभी कबूतर जीवित हो गये । संगत ने उसे भी जीवित करने का अनुरोध किया। तब गुरु साहिब ने कहा कि हम उसे जीवन से मुक्त करने के लिए ही यहां आए हैं। यह जीवित नहीं हो सकते। इसके बाद यहां से गुरु साहिब सुहावा साहिब गए
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गुरदुआरा साहिब, गुगल अर्थ के नकशे पर
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अधिक जानकारी :-
गुरदुआरा श्री कबुतर साहिब, नोहर
किसके साथ संबंधित है:-
श्री गुरु गोबिंद सिंह जी
पता
:- नोहर शहिर
जिला :- हनुमानगढ़
राज्य :- राजस्थान
फ़ोन नंबर
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