गुरुदवारा श्री गुरु तेगबहादुर साहिब जी गांव लहिल कलां, जिला संगरूर में स्थित है। यह स्थान बाबा अरक देव जी का था। बाबा अरक देव जी का जन्म इसी गाँव में हुआ था। यहां वह ध्यान करते थे। श्री गुरु तेगबहादुर साहिब जी, यहां बाबा जी से मिलने आए। सिखों ने अपने घोड़ों को पेड़ों से बांध दिया। बाबा अरक देव जी ने गुरू साहिब के सामने अपना सिर झुकाया, उन्होंने गुरू साहिब को बैठने के लिए अपना कंबल दिया। फिर बाबा जी खाना और दूध लेकर आए और गुरू साहिब और सिंह की सेवा की। बाबू जी ने गुरू साहिब से चर्चा की। गुरू साहिब यहां नौ घंटे रुके। यहाँ से गुरू साहिब अकालगढ़ और मकरोर साहिब और आगे धमतान साहिब की ओर प्रस्थान किया। अगले दिन बाबा जी फिर गुरू साहिब से मिलने धमतन साहिब गए। गुरू साहिब बाबा जी को फिर से देखकर बहुत खुश हुए और आशीर्वाद दिया कि उनका परिवार लेहल कलां से लहिल धमतान साहिब तक सेवा करेगा।
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गुरुद्वारा साहिब, गुगल अर्थ के नकशे पर |
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अधिक जानकारी :-
गुरुदवारा श्री गुरु तेगबहादुर साहिब जी, लहिल कलां
किसके साथ संबंधित है
:- श्री गुरु तेगबहादुर साहिब जी
पता :-
गांव :- लहिल कलां
जिला :- संगरूर
राज्य :- पंजाब
फ़ोन नंबर :- |
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