गुरदुआरा श्री यादगार बीबी मुमताज़ जी साहिब गांव पुरखाली, जिला रोपड़ के पास स्थित है। बीबी मुमताज जी रोपड़ के निहंग खान की बेटी थीं। जब श्री गुरु गोबिंद सिंह जी ने आनंदपुर साहिब छोड़ा, तब मुगल सेना लगातार उनका पीछा कर रही थी। दुश्मन की सेना के साथ युद्ध में भाई बचित्तर सिंह घायल हो गए। गुरू साहिब ने भाई साहिब को कोटला निहंग खान हवेली में छोड़कर आगे चले गये । बीबी मुमताज़ छोटे कमरे में घायल भाई बच्चितर सिंह जी की देखभाल कर रही थी। जब मुगल सेना को पता चला कि हवेली में कुछ सिख हैं तो उन्होंने आकर इस बारे में पूछताछ की। निहंग खान ने मुगल सेना को बताया के उस कमरे में उनकी बेटी बीबी मुमताज अपने बीमार पति की देखभाल कर रही है। यह सुनकर सेना उस कमरे में नहीं गई और वहां से चली गई । जब बीबी मुमताज ने यह बात सुनी तो उन्होंने उसी क्षण से भाई बच्चितार सिंह को अपना पति मानने का फैसला किया। भाई बच्चितार सिंह के स्वर्गवास होने के बाद, बीबी मुमताज ने अविवाहित रहने का फ़ैसला किया और भाई बच्चितार सिंह की विधवा की तरह रहती थीं । बीबी जी ने अपने जीवन के अंतिम वर्ष यहां बिताए। बीबी मुमताज जी की कब्र भी इस स्थान के पास स्थित है।
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गुरदुआरा साहिब, गुगल अर्थ के नकशे पर |
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अधिक जानकारी
:- गुरदुआरा श्री यादगार बीबी मुमताज़ जी साहिब, बारी
किसके साथ संबंधित है:-
बीबी मुमताज जी
पता :-
गांव पुरखाली के पास
जिला :- रोपड़
राज्य :- पंजाब
फ़ोन नंबर :- |
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