गुरदुआरा श्री मंजी साहिब पात्शाही दसवीं गांव बुरमाजरा, तहि मोरिंडा जिला रोपड़ में स्थित है। इस गुरदुआरा साहिब को श्री दीदारसर साहिब के नाम से भी जाना जाता था। श्री गुरु गोबिंद सिंह जी 1704 में यहां आए। श्री आनंदपुर साहिब छोड़्ने और परिवार से अलग होने के बाद, गुरु साहिब कोटला निहंग खान पंहुचे । जखमी भाई बचितर सिंह जी को निहंग खान की हवेली में छोड़कर गुरू साहिब दो बड़े साहिबजादा जी बाबा अजीत सिंह और बाबा जुझार सिंह जी, पांच प्यारे और लगभग चालीस सिखों के साथ गांव ब्राह्मणमाजरा पंहुचे । वहां रात गुजारने के बाद दुसरे दिन गुरू साहिब यहां बुरमाजरा के बाहरी इलाके में पहुंचे। उस समय में यह स्थान घना जंगल और एक कुआँ था। गुरु साहिब यहाँ कूयें से पानी पीया और आराम करने लगे, गुरु साहिब के साथ सिखों ने भी पानी पिया और अपने घोड़ों को भी पानी पिलाया। एक मुखबिर ने गुरु साहिब को बताया कि ओरंगज़ेब की सेना उनका पीछा कर रही थी। गुरु साहिब ने सिखों के साथ चर्चा की और चामकौर साहिब के लिए रवाना हुए, जहाँ उन्होंने कच्ची गाड़ी में डेरा डाला और मुगलों के साथ युद्ध किया।
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गुरदुआरा साहिब, गुगल अर्थ के नकशे पर |
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अधिक जानकारी
:- गुरदुआरा श्री मंजी साहिब पात्शाही दसवीं, बुरमाजरा
किसके साथ संबंधित है
:- श्री गुरु गोबिंद सिंह जी
पता
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गांव :- बुरमाजरा
तहिसील :- मोरिंडा
जिला :- रोपड़
राज्य :- पंजाब
फ़ोन नंबर :- |
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