गुरदुआरा बाबा जोरावर सिंह जी गांव खिजराबाद, जिला मोहाली में स्थित है। बाबा जोरावर सिंह जी माता खिवी जी और बस्सी पठाना के भाई नाथू राम लोटे तारखान के सबसे छोटे पुत्र थे। उनके माता-पिता उन्हें श्री गुरु गोबिंद सिंह जी की सेवा में ले आए बाबा जी गुरु साहिब के पुत्रों के साथ खेलते रहे, बाबा जी का चेहरा साहिबजादा जोरावर सिंह जी जैसा था। माता साहिब कौर जी ने बाबा जी को अपना पुत्र मानते थे और बाबा जी को दत्तक पुत्र कहने लगीं। बाबा जी की उम्र साहिबज़ादा अजीत सिंह जी की ही थी और वे उनके साथ ही प्रशिक्षण करते थे। चमकौर साहिब की लड़ाई तक बाबा जी गुरु साहिब के साथ रहे लेकिन युद्ध में घायल हो गए। वह गंभीर हालत में कोटला निहंग खान निवासी भाई गुरसा सिंह के घर पहुंचे। कोतवाली समीप ही होने के कारण बाबा जी ने वहाँ रुकना उचित नहीं समझा अगली रात भाई गुरसा सिंह बाबा जी को रथ में बिठाकर उनकी भुआ जी माई भूपन के गाँव दधेरी में ले गए। भुआ जी अच्छी सेवा और औषधि से बाबा जी शीघ्र स्वस्थ हो गए। कुछ देर बाद बाबा जी खिजराबाद आ गए और इस जगह पर ध्यान करते रहे। बाबा जी ने इस क्षेत्र के 500 सिंहों को इकट्ठा किया और गुरु साहिब की तलाश में तलवंडी साबो की (बठिंडा) पहुंचे। लेकिन गुरु साहिब आगे चले गये थे, बाबा जी के पास 50 सिंह ही बचे थे, बाकी वापस आ गए । गुरु साहिब दक्षिण की ओर चल पड़े थे। बाबा जी गुरु साहिब से आगरा में मिले फिर वे फिर मथुरा में गुरु साहिब से दुबारा मिले। गुरु साहिब बैसाख में चित्तौड़गढ़ पहुंचे। बाबा जी सिंखों के साथ किले को देखने के लिए आये, लेकिन सैनिकों ने उन्हें रोक दिया और वे सैनिकों से भिड़ गए। लड़ते हुए बाबा जी अन्य सिंहों के साथ शहीद हो गए। गंभीरी नदी के तट पर गुरु साहिब ने अपने हाथों से बाबा जी और अन्य सिंहों का अंतिम संस्कार किया। खिजराबाद में ओर कोटला निहंग खान में बाबा जी की याद गुरदुआरा साहिब में बनाये गए हैं
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गुरुद्वारा साहिब, गुगल अर्थ के नकशे पर |
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अधिक जानकारी
:- गुरदुआरा बाबा जोरावर सिंह जी, खिजराबाद
किसके साथ संबंधित है
:- बाबा जोरावर सिंह जी
पता
:- गांव :- खिजराबाद जिला :- मोहाली
राज्य :- पंजाब
फ़ोन नंबर
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