गुरुद्वारा श्री मंजी साहिब गाँव कनेच जिला लुधियाना में स्थित है। श्री गुरु गोबिंद सिंह जी माछीवाड़ा से गुलाल, लल कलां, कटाना, रामपुर होते हुए यहां आए। गुरू साहिब मंजी पर बैठे थे और भाई गनी खान और नबी खान इसे अप ने कंधो पर उठाया था। गुरू साहिब ने कुछ समय यहां विश्राम किया और आगे की यात्रा के लिए चले गए। एक स्थानीय किसान फत्ता गुरू साहिब के लिए आया और गुरू साहिब को कोई भी सेवा देने के लिए अनुरोध किया । गुरू साहिब ने उसे अपना घोड़े उधार देने के लिए कहा (गुरू साहिब को उसके घोड़े के बारे में पता था क्योंकि वह गुरू साहिब से अनंदपुर साहिब में उस घोड़े की सवारी करने के लिए जाता था)। फत्ता घर गया और थोड़ी छोटी घोड़ी (मादा घोड़ा) लेकर आया। गुरू साहिब ने उसे अस्वीकार कर दिया और उस नर घोड़े के लिए कहा। फत्ता ने गुरू साहिब से झूठ बोला था कि घोड़े को उसका बेटे ले गिया है। गुरू साहिब ने मुस्कुराते हुए अपनी आगे की यात्रा के लिए प्रस्थान किया। जब फत्ता घर पहुंचा तो उसने पाया कि उसके घोड़े की मौत सांप के काटने से हुई है।
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गुरुद्वारा साहिब, गुगल अर्थ के नकशे पर |
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अधिक जानकारी
:- गुरुद्वारा श्री मंजी साहिब, कनेच
किसके साथ संबंधित है
:- श्री गुरु गोबिंद सिंह जी
पता
:- गांव :- कनेच जिला :- लुधिआना
राज्य :- पंजाब
फ़ोन नंबर
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