गुरदुआरा श्री नामेआना साहिब, भट्टीवाल
भगत नामदेव जी का जन्म 1270 में माता गोनी बाई और पिता दामा सेठ के यहाँ हुआ था। भगत नामदेव जी ने अपना बचपन गाँव नरसी नामदेव, महाराष्ट्र में बिताया था। जीवन के सत्य का उपदेश देते हुए भगत जी ग्वालियर, मथुरा, बनारस, दिल्ली आदि होते हुए पंजाब के गांव घुमाण आए। भगत जी ने गांव घुमाण और आस पास के ईलाके में १८ वर्षों तक तपस्या की। यह स्थान गांव से बाहर होने के कारण भगत जी यहां अकेले में आकर भगती करते थे । उन्होनें ने यहां एक भोरा भी बनाया था । इस इलाके में पानी की कमी होने के कारण पास के गांव के लोगो नें भगत जी को यहां आकर आग्रह किया । संगत का अनुरोध मानकर भगत जी ने गांव भट्टीवाल में कूंआ खुदवाया । उस कुंये के लिये ईट्ट का भठा यहां लगवाया । एक बार भगत जी ने यहां से एक पत्थर हटाया और उसमें से जल बहने लगा । आज वहां पर सरोवर मोजूद है । लोग वहां आकर सनान करते जिस से उनके शरीर के कष्ट दूर होते है ।
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गुरदुआरा साहिब, गुगल अर्थ के नकशे पर |
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अधिक जानकारी:-
गुरदुआरा श्री नामेआना साहिब, भट्टीवाल
किसके साथ संबंधित है:-
भगत नामदेव जी
पता :-
गांव :- भट्टीवाल
ज़िला :- गुरदासपुर
राज्य :- पंजाब
फ़ोन नंबर :-
:-
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