गुरुदवारा श्री फतेहगढ़ साहिब, फतेहगढ़ शहर में सथित है | इस अस्थान पर श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के छोटे सहिब्ज़ादे, साहिबजादा जोरावर सिंह जी तथा साहिबजादा फ़तेह सिंह जी को नींव में चिनवाया गया था | जब माता गुजरी जी तथा गुरु साहिब के छोटे साहिबजादे सिरसा नदी पर गुरु साहिब से बिछड़ गए तो उनका रसोइया गंगू उनको अपने गाँव खेडी ले गया, पर उसके दिल में लालच आ गया और गंगू ने माता गुजरी जी व सहिब्ज़ादों को इनाम के बदले मोरिंडे के जाम खान और माण खान के हवाले कर दिया | उन्होंने आगे उनको सरहंद के सूबेदार के हवाले कर दिया | सूबेदार वजीर खान ने उन्हें ठंडे बुर्ज में कैद किया तथा और भी कई तसीहे दिए | जब साहिबजादे तसीहों से न डरे तब वजीर खान ने उनको इस्लाम कबूल करने के लिए कई तरह के लालच दिए | आखिर वजीर खान ने उन्हें नींव में चिन्वाने का हुकम दिया | मलेरकोटला के नवाब शेर मुहमद खान ने वजीर खान के हुकम के खिलाफ आवाज़ उठाई और नवाब खान को कहा कि उसकी दुश्मनी बच्चों के साथ नहीं है, उनको इस तरह तसीहे देना ठीक नहीं है | आखीरकार ११ दिसम्बर को दोनों साहिबजादों को नीवं में चिनवा दिया गया दुसरे दिन दोनों साहिबजादों के शारीर नीवं में से निकाल कर पीछे फैंक दिया | उस जगह अब गुरुदवारा श्री बिबागढ़ साहिब सथित है |
तस्वीरें ली गईं:- ३ दिस्म्बर, २००६ |
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गुरुद्वारा साहिब,गुगल अर्थ के नकशे पर
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अधिक जानकारी
:- गुरुदवारा श्री फतेहगढ़ साहिब
किसके साथ संबंधित है
:- साहिबजादा जोरावर सिंह जी साहिबजादा फ़तेह सिंह जी
पता:- फतेहगढ़ साहिब जिला :- फतेहगढ़ साहिब राज्य :- पंजाब
फ़ोन नंबर:- ००९१ १७६३ २३२२२७, २३३८२७
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