गुरुदवारा श्री गंग्सर साहिब, जिला फरीदकोट के जैतो शहर में सथित है | गुरुदवारा साहिब जैतो कोटकपूरा रोड पर स्थित है | श्री गुरु गोबिंद सिंह जी यहाँ कोटकपुरे से आते हुए रुके | जब गुरु साहिब ने भाई कपुरे से मुगलों के खिलाफ जंग लड़ने के लिए किल्ला माँगा, तो भाई कपुरे ने किल्ला देने से इंकार कर दिया | उसके बाद गुरु साहिब जैतो आये | यहाँ गुरु साहिब ने एक टिब्बी के उपर तंबू लगवाया (जहां पर अब गुरुदवारा टिब्बी साहिब है )| यहाँ पर गुरु साहिब ने सिंघों को निशानेबाजी का अभियास करने के लिए कहा | शाम को गुरु साहिब इस अस्थान पर आ जाते, जहां पर अब गुरुदवारा श्री गंग्सर साहिब स्थित है | उन दिनों में मालवे में पानी की बहुत कमी होती थी | यहाँ पानी का तालाब था, गुरु साहिब पानी की जरुरत पूरी करने के लिए यहीं पर आते थे | यहाँ पर गुरु साहिब ने एक ब्राह्मन को गंगा बहती दिखाई और उसका गड़वा जो कि हरिदवार में बह गया था इस तालाब में से निकाल कर दिया | उस घटना के कारन इस अस्थान का नाम गंग्सर कहा जाना लगा
तस्वीरें ली गईं:-२६ जुलाई, २००९ |
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गुरुद्वारा साहिब,गुगल अर्थ के नकशे पर |
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अधिक जानकारी
:- गुरुद्वारा श्री गंगसर साहिब
किसके साथ संबंधित है
:- श्री गुरू गोबिंद सिंह जी
पता
जैतो जिला फरीदकोट राज्य :- पंजाब
फ़ोन नंबर:- |
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