गुरदुआरा श्री गुरूसर साहिब पातशाही नौवीं साहिब गांव सेखा, जिला बरनाला में स्थित है। मालवा दौरे पर श्री गुरु तेगबहादुर साहिब जी यहां आए। गुरू साहिब ने यहाँ पानी के जलाशय के किनारे विश्राम किया। गुरू साहिब ने स्वयं इसमें स्नान किया और आशीर्वाद दिया कि जो कभी भी स्नान करेगा उसकी इच्छाएं पूरी होंगी। यहाँ चौधरी तिरलोका जवंदा नाम का एक व्यक्ति रहता था। वह इस क्षेत्र का प्रमुख था और बहुत ही बुद्धिमान व्यक्ति था। यह इलाका जवंदा का था और जवंदा के कुल 22 गांव थे। तिरलोका मदो दास साधु का अनुयायी था। जब गुरु साहिब संगत के साथ बैठे थे, तो तिरलोका घोड़े पर सवार होकर गुजरा। संगत ने गुरु साहिब को तिरलोका के बारे में बताया।
" सुन सतगुर बोले रिस भोये | नहीं बहिया नहीं तेहिया कोई ||"
कुछ नहीं रहिर उजर सब जावे | बचुह हो जो अपरपस गांव बसावे ||
नहिं सरदार नहिं सरदार मरि मरि जन्मियॊं होये खुआर||"
जब तिरलोका जवंदा की महिलाओं को इस बारे में पता चला तो वह गुरु साहिब को देखने आई। लेकिन गुरु साहिब तब तक निकल चुके थे। उन्होंने गुरू साहिब का अनुसरण किया और गाँव कट्टू में मिले। उन्होंने गुरु साहिब की सेवा की और दूध पिलाया। और गुरु साहिब से अपने शब्द वापस लेने का अनुरोध किया। गुरु साहिब ने उन्हें यहाँ से कुछ दूर गाँव में स्थापित करने के लिए कहा।
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गुरदुआरा साहिब, गुगल अर्थ के नकशे पर |
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अधिक जानकारी
:- गुरदुआरा श्री गुरूसर साहिब पातशाही नौवीं, सेखा
किसके साथ संबंधित है
:- श्री गुरु तेगबहादुर साहिब जी
पता
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सेखा जिला ;- बरनाला
राज्य :- पंजाब
फ़ोन नंबर :- |
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