गुरदुआरा श्री टाहला साहिब गांव गुरुवाली, जिला अमृतसर में स्थित है। यह अमृतसर तारन तारन रोड पर स्थित एक ऐतिहासिक स्थान है, जहां बाबा दीप सिंह जी शहीद ने मुगलों के साथ लड़ाई लड़ी थी। जब अहमद शाह अबदाली के जरनैल जहान खान ने श्री हरिमंदिर साहिब कब्जा करके ध्वस्त कर दिया और मारे गए जानवरों के साथ पवित्र कुंड भर दिया । उन दिनों बाबा दीप सिंह जी तख्त श्री दमदमा साहिब, तलवंडी साबो में थे और उनकी आयु लगभग 75 वर्ष थी। बदला लेने और श्री हरिमंदिर साहिब को पुनः प्राप्त करने और पुनर्निर्माण करने के लिए, उन्होंने 500 सिखों के साथ अमृतसर की ओर चल पड़े ।चलने से पहिले उन्होंने प्रतिज्ञा ली के "मैं श्री हरिमंदिर साहिब को आजाद करवा कर ही दम लूंगा" । रास्ते में कई और सिख उनके साथ शामिल हो गए। जहान खान की कमान में मुगल सेना यहां सिख सेना से भिड़ गई। इस स्थान पर एक लंबी और भीषण लड़ाई के बाद, दोनों योद्धाओं का एक दूसरे पर हमले में सिर कलम हो गये । लेकिन, जब बाबा जी जमीन पर गिर पड़े, तो एक सिख सिपाही ने उन्हें अपनी प्रतिज्ञा की याद दिलाई। बाबा जी तुरंत उठे और अपने बाएं हाथ पर अपना सिर ले लिया और अपने दाहिने हाथ से खंडा (एक दोधारी तलवार जिसका वजन १८ सेर/१५ किलो था) लेकर युद्ध करने लगे। इस चमत्कार को देखकर दुश्मन भागने लगे और लेकिन बाबा जी ने अपने सैनिकों के साथ लड़ाई जारी रखी और अमृतसर पहुंचे, श्री हरिमंदिर साहिब को मुक्त करवाया, और श्री हरिमंदिर साहिब की परिक्रमा के दक्षिणी भाग पर अपना सीस रखकर अंतिम श्वास ली, जिसे अब बुंगा बाबा दीप सिंह के नाम से जाना जाता है। जिस स्थान पर बाबा जी का सिर काटा गया था, उस स्थान पर एक बहुत बड़ा सीशम का पेड़ (तहली) था, जिसकी परिधि बड़ी थी, जिसे तहला साहिब के नाम से जाना जाता है। यह तरनतारन रोड पर अमृतसर से लगभग 7 किमी दूर है।
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गुरदुआरा साहिब, गुगल अर्थ के नकशे पर |
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अधिक जानकारी
:- गुरदुआरा श्री टाहला साहिब, गुरुवाली
किसके साथ संबंधित है:-
बाबा दीप सिंह जी शहीद
पता :-
गांव :- गुरुवाली
अमृतसर तारन तारन रोड
जिला :- अमृतसर
राज्य :- पंजाब
फ़ोन नंबर
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