गुरुद्वारा श्री संगराणा साहिब अमृतसर शहिर में तरन तारन रोड पर स्थित है। पिपली साहिब में श्री गुरु हरगोबिंद साहिब जी सिख इतिहास की पहली लड़ाई जीतने के बाद यहां आए, और माता सुल्खनी जी को 7 बेटों का वरदान को दिया । पिपली साहिब में लड़ाई के बाद, गुरू साहिब ने सभी शहीदों के शवों को एक साथ मिला दिया और उनका संसकार यहां किया गया। जब शहीद सिंह की गिनती की गई, तो वे 13 सिंह थे, भाई नंन्द जी, भाई जैता जी, भाई पिराना जी, भाई तोता जी, भाई तिर्लोका जी, भाई साई दास जी, भाई पैदा जी, भाई भगतू जी, भाई न्नताई निहाला जी, भाई तखतू जी, भाई मोहन जी, भाई गोपाल जी,। गहरे गड्ढे खोदकर मृत मुसलमानों को दफनाया गया। गुरू साहिब ने शहीद सिंह की याद में गुरुद्वारा श्री संगराणा साहिब बनावाया।
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गुरुद्वारा साहिब, गुगल अर्थ के नकशे पर |
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अधिक जानकारी
:- गुरुद्वारा श्री संगराणा साहिब, अमृतसर
किसके साथ संबंधित है
:- श्री गुरु हरगोबिंद साहिब जी
पता
:- तरन तारन रोड, अमृतसर जिला :- अमृतसर
राज्य :- पंजाब
फ़ोन नंबर
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