गुरुद्वारा श्री नानकसर साहिब गाँव सठियाला, तहिसील बाबा बकाला, जिला अमृतसर में स्थित है श्री गुरु नानक देव जी इस क्षेत्र के लोगों को उपदेश देने के लिए कई महीनों से माझे के इलाके में रहे। गुरू साहिब सुल्तानपुर लोधी से गुरदासपुर जाते समय यहाँ आए। उन दिनों इस गांव को मुगलानी के नाम से जाना जाता था और इस गांव में मुगलों का शासन था। इस गाँव में मुगलों का मजबूत किला था। इस गांव के हाजीपुर इलाके में, हाजी फकीर रहते थे। वह अपने पिछले जीवन में राजा जनक के रसोइये थे और वे किसी शराप की वजह से मुस्लिम के रूप में पैदा हुए था। वह लोगों को बताता था कि उसके पास कई जादुई शक्तियाँ हैं। उन्होंने कभी किसी फकीर को इस गाँव में घुसने या रहने नहीं दिया। वह लोगों को बताता था कि उसका भगवान से सीधा संबंध है । उसका अभिमान तोड़ने के लिये श्री गुरु नानक देव जी इस गाँव में आकर तालाब के पास बैठ गये । गुरू साहिब के साथ भाई बाला और भाई मर्दाना जी थे, उन्होंने शबद गाना शुरू किया। इस कीर्तन को सुनकर एक मुस्लिम महिला गुरू साहिब के पास अपने बीमार बच्चे को लेकर आई,। जब कुछ समय बाद गुरू साहिब ने अपनी आँखें खोलीं, तो उन्होंने महिला की प्रार्थना को समझा और कहा कि इस बच्चे को इस तालाब में नहालाउ । इस तालाब में स्नान करना 68 पवित्र स्थानों में स्नान करने के बराबर है। भाई मर्दाना जी ने बच्चे को तालाब में नहलाया । नहाने के बाद बच्चा स्वस्थ महसूस कर रहा था। यह देखकर वह महिला गुरू साहिब और भाई मर्दाना जी के पैरों पर गिर पड़ी। महिला ने गाँव में सभी को बताया कि गाँव के तालाब के पास एक सच्चा फकीर बैठा है, बाकी सब लोग झूठे हैं। गुरु साहिब ने सभी को बताया कि जो कभी भी इस तालाब में स्नान करेगा, उसकी इच्छाएं पूरी होंगी।.
|
|
|
गुरुद्वारा साहिब, गुगल अर्थ के नकशे पर
|
|
|
|
|
अधिक जानकारी
:- गुरुद्वारा श्री नानकसर साहिब, सठियाला
किसके साथ संबंधित है
:- श्री गुरु नानक देव जी
पता
:- गाँव :- सठियाला तहिसील :- बाबा बकाला जिला :- अमृतसर
राज्य :- पंजाब
फ़ोन नंबर
:- |
|
|
|
|
|
|