गुरदुआरा मंजी साहिब पातशाही पांचवी अमृतसर जिले के गांव गुरु की वडाली में स्थित है। श्री गुरु अर्जुन देव जी जी ने अपने पुत्र श्री गुरु हरगोबिंद साहिब जी के जन्म के अवसर पर इस क्षेत्र में तीन, चार, पांच और छह ह्रटा कूंये लगवाये। यहां गुरु साहिब ने तीन ह्रटा कुयां खुदवाया था। कुएं की खुदाई की निगरानी के अलावा श्री गुरु अर्जन देव जी स्थानीय लोगों को भी उपदेश देते थे। गुरु साहिब संगत को लंगर भी बाँटते थे और बच्चे श्री (गुरु) हरगोबिंद साहिब जी भी यहाँ खेलते थे। श्री गुरु अर्जन देव जी भाई साहरी रंधावा को गांव बांगर, गुरदासपुर से लाकर यहीं बसा दिया। भाई साहरी रंधावा जी बाबा बुड्ढा जी के परिवार से थे। गुरु साहिब ने उन्हें यहां की जमीन और कुएं का मालिक बनाया और "बाबा साहरी, गुरु का हाली" का आशीर्वाद दिया और खुद वापस अमृतसर चले गए। इस इलाके में आज भी बाबा सहरी का परिवार रहता है।
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गुरुदवारा साहिब, गुगल अर्थ के नकशे पर |
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अधिक जानकारी:- गुरदुआरा मंजी साहिब पातशाही पांचवी, गुरु की वडाली
किसके साथ संबंधित है:-
श्री गुरू अर्जन देव जी
श्री गुरु हरगोबिंद साहिब जी
पता:- गुरू की वडाली
जिला :- अम्रितसर
राज्य :- पंजाब
फ़ोन नंबर:- |
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