गुरद्वारा श्री थड़ा साहिब को ग्राम झीवर हेरि जिला यमुनानगर में रखा गया है। श्री गुरू तेगबहादुर साहिब जी बिहार, असाम होते हुए यहाँ आए। गुरू साहिब पंडित बिखारी दास साधु से मिलने के लिए यहां आए थे। गुरू साहिब यहाँ पीपल के पेड़ के नीचे बैठ गये। साधु बिखारी दास ने गुरू साहिब से कहा कि वे यहां न बैठें क्योंकि इस पेड़ की कोई छाया नहीं थी। गुरू साहिब ने " सुके हरे किये खिन माहे " बोला। गुरू साहिब के बचन के साथ पीपल का पेड़ हरा हो गिया और अभी तक हरा भरा है। अगले दिन पंडित भिखारी दास हरिद्वार जाने के लिए तैयार हो रहा था। वह हर अमासव के दिन पर स्नान करने के लिए हरिद्वार हर की पौड़ी जाया करते थे। जब गुरू साहिब ने भिखारी दास को इस के बारे में पूछा, तो भिखारी दास ने पूरी कहानी बताई। गुरू साहिब ने जुती और गरबी (एक बर्तन) पंडित को दी और गुरू साहिब की तरफ से गंगा जी को ये चीजें देने के लिए कहा। भिखारीदास ने ऐसा ही किया। अगले दिन जब वह पास से कुएं से पानी निकाल रहा था तो वह यह देखकर हैरान रह गया कि दोनों चीजें कुएं के पानी से निकली हैं। गुरू साहिब ने उनसे कहा कि वे आश्चर्यचकित न हों क्योंकि गंगा जी स्वयं यहाँ आकर गुरू साहिब का प्रसाद लेती हैं। गुरू साहिब ने इस जगह को आशीर्वाद दिया कि जो कभी भी मास्या के दिन यहां स्नान करेगा, उसे और अधिक आशीर्वाद मिलेगा और वह हर की पौड़ी साहिब में स्नान करेगा।
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गुरुद्वारा साहिब, गुगल अर्थ के नकशे पर
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अधिक जानकारी
:- गुरुद्वारा श्री थड़ा साहिब, झीवर हेढ़ी
किसके साथ संबंधित है
:- श्री गुरु तेगबहादुर साहिब जी
पता
:- गांव :- झीवर हेढ़ी जिला :- यमुना नगर राज्य :- हरियाणा
फ़ोन नंबर
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