गुरुद्वारा श्री बाऊली साहिब जिला कुरुक्षेत्र के पिहोवा शहर में स्थित है। श्री गुरू नानक देव जी अपनी पहिली उदासी के दौरान यहां आए थे। उस समय पंडितों का बहुत प्रभाव था। वे मृतकों के लाभों के लिए अंधविश्वासी संस्कारों पर लोगों को मूर्ख बनाते थे। पंडितों ने सरस्वती नदिया में पहिया के आकार का एक बड़ा कान का छल्ला फेंका हुआ था। वे लोगों से रात में कान की बाली दान करने के लिए कहते थे और सुबह उन्हें वह पहिया के आकार का छल्ला दिखाते थे, जिससे यह साबित होता था कि रात में दान कई गुना बढ़ गया था। इसमें लोग अधिक से अधिक दान करते थे। लेकिन श्री गुरू नानक देव जी ने उन्हें बताया कि अगर दान इतना अधिक हो रहा है तो वे लोग जो यहां पर बूरे क्र्म करते हैं लोगॊं को लूटकर शराब पीते हैं वो कितनी बार गुणा होती हैं। इस तरह पंडित लज्जित हो गए और उन सभी चीजों को रोक दिया। गुरू साहिब यहाँ बहुत समय तक रहा। एक भोरा साहिब और बावली (अब सरोवर) भी इसी स्थान पर स्थित है जहाँ गुरू साहिब ध्यान करते थे। श्री गुरू अमार दास जी और श्री गुरू हरगोबिंद साहिब जी कुरुक्षेत्र जाते समय भी यहाँ रुके थे।
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गुरुद्वारा साहिब, गुगल अर्थ के नकशे पर
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अधिक जानकारी
:- गुरुद्वारा श्री बाऊली साहिब, पेहोवा
किसके साथ संबंधित है
:-
श्री गुरू नानक देव जी
श्री गुरू अमार दास जी
श्री गुरू हरगोबिंद साहिब जी
पता
:- पिहोवा जिला :- कुरुक्षेत्र राज्य :- हरियाणा
फ़ोन नंबर
:-0091-1632-279079 |
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