गुरुदवारा श्री निम साहिब पातशाही नौंवी साहिब, कैथल शहर में सथित है | श्री गुरु तेगबहादर साहिब जी मालवे की यात्रा करते हुए अपने परिवार और सिक्ख संगत सहित धमतान और बहर जछ से होते हुए कैथल ठंठार तीर्थ पहुंचे । गुरु शाहिब ने तरखाण भाई मल्हे से पुछा कि हमें कैथल जाना है वहां कोई गुरु का प्रेमी है? तब मल्हे ने कहा के कैथल में दो घर बाणिये के और एक तरखाण सिख है जो गुरु के प्रेमी हैं। गुरू साहिब भाई मल्हे को साथ लेकर कैथल की ओर चल दिए । कैथल के नजदीक पहुंच के मल्हे ने पुछा पहले किस के घर चलना है तो हुक्म हुआ जिसका नजदीक हो । भाई मल्हा जी अपनी जाती के जुगल नामक तरखाण सिख के घर ले गये और अवाज लगाकर कहा तेरे घर जगत के तारक आयें हैं यह सुनकर जुगल ने बहुत आदर के साथ गुरु साहिब का उतारा किआ और यथा शक्ति सेवा की । अम्रित समय पर गुरू साहिब जी ने ठ॑डार तिर्थ पर स्न्नान करके नीम के निचे बैठकर नितनेम कर रहे थे तो गुरू साहिब का आना सुनकर शहर की संगत इकट्ठे हूई जिनमें से एक बुखार का मरीज था । गुरू साहिब ने उसे नीम के पते खिलाकर उसका बुखार उतार दीया । जिस से उस स्थान का नाम निम साहिब पड़ गया । बाणिआ संगत की बेनती पर गुरु साहिब ने दुपहर का भोजन करने के लिये स्थान गुरद्वारा श्री मंजी साहिब मोहल्ला सेठान में गये । संगत की बेनती पर वहां कथा किरतन किया और वर दिया के उस स्थान पर श्रदा से कथा किरतन करेगा उसकी मनोकामना पूरी होंगी । भोजन करने के बाद गुरू साहिब निम साहिब वापिस आ गये । संगत को नाम दान और बांटक रखाने का उपदेश दिया । यहां से गुरू साहिब बारने गांव की ओर चले गये ।
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गुरुद्वारा साहिब, गुगल अर्थ के नकशे पर |
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अधिक जानकारी
:- गुरद्वारा श्री निंम साहिब, कैथल
किसके साथ संबंधित है:-
श्री गुरु तेगबहादर साहिब जी
पता :-
मोहल्ला सेठां
जिला :- कैथल
राज्य :- हरियाणा
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