गुरदुआरा श्री मोती बाग साहिब दिल्ली शहिर में रिंग रोड पर धौला कुआँ के नजदीक सथित है । श्री गुरु गोबिंद सिंह जी १७०७ ई. में खालसा शूरवीरों के बड़े लशकर सहित दिल्ली पहुँचे तो इसी पवित्र स्थान पर रहे थे, जहाँ गुरदुआरा श्री मोती बाग साहिब सुशोभित हैं। यहाँ पर पहले मोची बाग बस्ती थी, जिसका नाम बदलकर गुरदुआरा श्री मोती बाग साहिब रखा गया। साहिबे कमाल श्री गुरु गोबिंद सिंह जी ने यहाँ से आठ मील की दूरी पर बादशाह बहादुर शाह को अपने आने की खबर देने के लिए तीर सीधा लाल किला पहुँचाया, तीर पर सोना लगा देखकर बहादुर शाह समझ गया कि यह तीर श्री गुरु गोबिंद सिंह जी का है । उसने सोचा कि तीर दूर से निशाने पर मारना गुरु साहिब का चमत्कार है । इतने में एक और तीर बादशाह के पलंग पर आ लगा, जिस पर बंधे पत्र पर अंकित था कि यह कोइ चमत्कार नहीं है । यह तो निशाने बाजी की कला है । बादशाह गुरु साहिब की योग्य्ता देखकर दंग रह गया और उनकी अध्यातिमक ताकत को मानने लगा।
तस्वीरें ली गईं:-२८ नवंबर २००७ |
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गुरदुआरा साहिब,गुगल अर्थ के नकशे पर |
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अधिक जानकारी
:- गुरदुआरा श्री मोती बाग साहिब
किसके साथ संबंधित है
:- श्री गुरु गोबिंद सिंह जी
पता
:- रिंग रोड, धौला कुआँ दिल्ली
राज्य:- दिल्ली
फ़ोन नंबर;-००९१ ११ २४१२१३८२ |
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