गुरदुआरा श्री कंगन घाट साहिब, पटना में स्थित है। यह गुरदुआरा तखत श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब से पैदल दूरी पर स्थित है। श्री गुरु गोबिंद सिंह जी बचपन में अपने साथियों के साथ यहां खेला करते थे। उस समय में गंगा नदी यहां बहती थी । गुरू साहिब दुनिआवी वसतुओं के शौकीन नहीं थे, उन्होने अपना स्वर्ण कंगन यहां फेंक दिया । जब माता गुजरी जी ने पुछा के कंगन कहां फेंका है तो गुरू साहिब ने दूसरा कंगन फेंक कर बोले वहां पर फेंका है । यहीं पर गोबिंद राय जी की पंडित शिवदत्त से महत्वपूर्ण मुलाकात हुई, पंडित शिवदत्त राम के उपासक थे। वह मूर्ति के माध्यम से भगवान राम की पूजा करते थे और मूर्ति के समक्ष भोजन रखने जैसे दैनिक अनुष्ठान करते थे और राम के आने की प्रतीक्षा करते थे। गुरू साहिब ने उन्हें प्रेरित किया कि राम को मूर्तियों के माध्यम से प्राप्त नहीं किया जा सकता है, क्योंकि यह सभी प्रकार के वातावरण में मौजूद है। आदि श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी में कहा है "सबे घाट राम बोले रामा बोले, राम बीना को बोले रे"। सच्चे राम के मार्गदर्शन से शिवदत्त की आँखें खुल गई राम को अपने भीतर पा कर उन्होंने मूर्ति पूजा छोड़ दी।
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गुरदुआरा साहिब, गुगल अर्थ के नकशे पर
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अधिक जानकारी
:- गुरदुआरा श्री कंगन घाट साहिब, पटना
किसके साथ संबंधित है
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श्री गुरु गोबिंद सिंह जी
(बाल गोबिंद राय जी)
पता
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पटना नगर
जि़ला :- पटना
राज्य :- बिहार
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